संजय सिन्हा,
धनबाद/निरसा: निरसा में चोरी, छिनतई, लूटपाट और मोबाईल चोरी की घटनाओं का ग्राफ बढ़ा है। मोबाईल चोरी के मामले मे जिले में सबसे आगे है निरसा क्षेत्र। निरसा में रहने वाले लोग पूरी तरह असुरक्षित है। वहीं चोरों के आगे निरसा पुलिस का दम फूल रहा है। चोरों के आगे पुलिस-प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं धरी रह जाती है। चोर सामान लेकर आराम से फरार हो जाता है। और पुलिस लाठी पीटती रह जाती है। सामान बरामदगी तो दूर चोर पकड़ पाना निरसा पुलिस के बूते से बाहर है। नेशनल क्राइम रिकाॅर्ड ब्यूरो के जारी आंकड़े पर गौर करें तो हरेक दो घंटे के अंतराल पर चोर किसी न किसी को निशाना बना रहे है। अगर चोरी गयी सामान बरामदगी की बात करें तो पुलिस का रवैया तो और भी उदासीन है। निरसा पुलिस पूरी तरह फिसड्डी साबित हो रही है।
बताया जाता है कि धनबाद जिले के निरसा में चोरी, छिनतई, लूटपाट और मोबाईल चोरी जैसे घटनाओं में पहले स्थान पर है। निरसा में चोरी जैसी घटनाएं थम नही रही है। पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारी अपनी नाकामी छुपाने के लिए तरह-तरह के तर्क दे रहे हैं। बताया जाता है कि चोरी जैसे गंभीर अपराध को लेकर निरसा पुलिस गंभीर नही है। निरसा में मोबाईल चोरो का बोलबाला है। लिहाजा आम लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। फिर भी, पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। निरसा में चोर मस्त हैं और पुलिस पस्त है। पुलिस की लापरवाही के कारण आज तक हजारों मोबाईल की चोरी हुई है। बताते है कि पुलिस की चूहेदानी से अभी भी बाहर है मोबाईल चोर।
पुलिस की सुस्ती के कारण मोबाईल चोर मस्ती मे है। मोबाईल चोरी के कारण पुलिस की कार्यशैली पर उठने लगे है सवाल। मोबाईल चोरों का अब तक उद्भेदन नहीं करने पर यह बात तो लगभग माना जा रहा है कि निरसा पुलिस की खुफिया तंत्र बहुत ही कमजोर है। वहीं आम नागरिकों का पुलिस की सुस्ती पर आक्रोश व्याप्त है। निरसा में प्रतिदिन दर्जनों लोगो की मोबाईल चोरी हो रही है। और निरसा पुलिस लापरवाह बनी हुई है। बतादे कि बंगाल से झारखंड में आकर मोबाईल चोरो का गिरोह चोरीकांड की घटना को अंजाम दे रहे है।
निरसा में नागरिकों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। घनी आबादी वाले इलाके में मोबाईल चोरी की घटना निरसा पुलिस के लिए चुनौती है। बताया जाता है कि बंगाल के नियामतपुर, कुल्टी, बराकर व चिनाकुड़ी से मोबाईल चोरों का एक गिरोह झारखंड के निरसा में आकर भीड़-भाड़ वाले इलाके में चोरी करता है। निरसा में मोबाईल चोरो मस्त निरसा पुलिस पस्त। मोबाईल चोरो के आगे पस्त है निरसा पुलिस। पुलिस की लापरवाही के कारण आज तक हजारों मोबाईल की चोरी हुई है। बताते है कि पुलिस की चूहेदानी से अभी भी बाहर है मोबाईल चोर। पुलिस की सुस्ती के कारण मोबाईल चोर मस्ती मे है। मोबाईल चोरी के कारण पुलिस की कार्यशैली पर उठने लगे है सवाल। मोबाईल चोरों का अब तक उद्भेदन नहीं करने पर यह बात तो लगभग माना जा रहा है कि निरसा पुलिस की खुफिया तंत्र बहुत ही कमजोर है। वहीं आम नागरिकों का पुलिस की सुस्ती पर आक्रोश व्याप्त है। निरसा में प्रतिदिन दर्जनों लोगो की मोबाईल चोरी हो रही है। और निरसा पुलिस लापरवाह बनी हुई है।
बतादे कि बंगाल से झारखंड में आकर मोबाईल चोरो का गिरोह चोरीकांड की घटना को अंजाम दे रहे है। निरसा में नागरिकों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। घनी आबादी वाले इलाके में मोबाईल चोरी की घटना निरसा पुलिस के लिए चुनौती है। बताया जाता है कि बंगाल के नियामतपुर, कुल्टी, बराकर से कोबाईल चोर का गिरोह झारखंड के निरसा में आकर भीड़-भाड़ वाले इलाके में आकर लोगों की मोबाईल चोरी करते है। और निरसा पुलिस तमाशबीन बनकर तमाशा देख रही है। बतादे कि ‘हिन्दुस्तान‘ अखबार के निरसा प्रभारी सुनील अम्बष्ठ आज शिवरत्रि पूजा को लेकर निरसा बाजार चैक के समीप पूजा व फल खरीद रहे थे कि उनका सैमसंग कंपनी का मोबाईल चोरो ने मोबाईल चोरी कर लिया। मोबाईल चोरी के कारण पुलिस की कार्यशैली पर उठने लगे है सवाल। मोबाईल चोरों का अब तक उद्भेदन नहीं करने पर यह बात तो लगभग माना जा रहा है कि निरसा पुलिस की खुफिया तंत्र बहुत ही कमजोर है। वहीं आम नागरिकों का पुलिस की सुस्ती पर आक्रोश व्याप्त है।